09-10-2025 |
केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव कल नई दिल्ली में उच्च-गुणवत्ता पूर्ण डिजिटल शिक्षा सर्वसुलभ बनाने के लिए तैयार किए गए एनआईईएलआईटी डिजिटल यूनिवर्सिटी (एनडीयू) प्लेटफ़ॉर्म का उद्घाटन करेंगे। यह प्लेटफ़ॉर्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, डेटा साइंस, सेमीकंडक्टर जैसे विशिष्ट तकनीकों और संबद्ध क्षेत्रों में उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम और अनुकूल डिजिटल शिक्षण मोड और वर्चुअल लैब से युक्त होगा। इससे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल प्रदान किया जा सकेगा। वैष्णव मुजफ्फरपुर (बिहार), बालासोर (ओडिशा), तिरुपति (आंध्र प्रदेश), दमन (दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव) और लुंगलेई (मिज़ोरम) में पांच नए एनआईईएलआईटी केंद्रों का आभासी माध्यम से उद्घाटन करेंगे। इन नए एनआईईएलआईटी केंद्रों के विस्तार के साथ, देश में तकनीकी भविष्य को आकार देने में एनआईईएलआईटी की भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाएगी। कार्यक्रम में शिक्षा और उद्योग जगत के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के साथ "शिक्षा के डिजिटलीकरण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका" पर एक पैनल परिचर्चा आयोजित की जाएगी। साथ ही, एनआईईएलआईटी और वैश्विक आईटी सेवा कंपनी किंड्रिल द्वारा संयुक्त रूप से संचालित डीईवी एसईसी ओपीएस पाठ्यक्रम में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, उद्योग-अकादमिक सहयोग मज़बूत करने के लिए अग्रणी उद्योग भागीदारों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव कल नई दिल्ली में उच्च-गुणवत्ता पूर्ण डिजिटल शिक्षा सर्वसुलभ बनाने के लिए तैयार किए गए एनआईईएलआईटी डिजिटल यूनिवर्सिटी (एनडीयू) प्लेटफ़ॉर्म का उद्घाटन करेंगे।
यह प्लेटफ़ॉर्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, डेटा साइंस, सेमीकंडक्टर जैसे विशिष्ट तकनीकों और संबद्ध क्षेत्रों में उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम और अनुकूल डिजिटल शिक्षण मोड और वर्चुअल लैब से युक्त होगा। इससे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल प्रदान किया जा सकेगा।
वैष्णव मुजफ्फरपुर (बिहार), बालासोर (ओडिशा), तिरुपति (आंध्र प्रदेश), दमन (दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव) और लुंगलेई (मिज़ोरम) में पांच नए एनआईईएलआईटी केंद्रों का आभासी माध्यम से उद्घाटन करेंगे। इन नए एनआईईएलआईटी केंद्रों के विस्तार के साथ, देश में तकनीकी भविष्य को आकार देने में एनआईईएलआईटी की भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाएगी।
कार्यक्रम में शिक्षा और उद्योग जगत के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के साथ "शिक्षा के डिजिटलीकरण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका" पर एक पैनल परिचर्चा आयोजित की जाएगी। साथ ही, एनआईईएलआईटी और वैश्विक आईटी सेवा कंपनी किंड्रिल द्वारा संयुक्त रूप से संचालित डीईवी एसईसी ओपीएस पाठ्यक्रम में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, उद्योग-अकादमिक सहयोग मज़बूत करने के लिए अग्रणी उद्योग भागीदारों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
आयोजन में एनआईईएलआईटी के छात्र, प्रख्यात शिक्षाविद और तकनीकी विशेषज्ञ सहित 1,500 से अधिक प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना है। इसमें इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में कौशल और शिक्षण मॉडल में एनआईईएलआईटी की क्षमता प्रदर्शित करने वाले समर्पित स्टॉल भी लगाए जाएंगे।
एनआईईएलआईटी के बारे में
राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान-एनआईईएलआईटी, भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक स्वायत्त वैज्ञानिक संस्था है, जो कौशल विकास और डिजिटल सशक्तिकरण में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
56 नाइलिट केंद्रों, 750 से अधिक मान्यता प्राप्त संस्थानों और 9,000 से अधिक सुविधा केंद्रों द्वारा अपनी व्यापक उपस्थिति के साथ, नाइलिट ने इलेक्ट्रॉनिकी और आईसीटी क्षेत्र की उभरती प्रौद्योगिकियों में लाखों छात्रों को कौशल प्रदान कर उन्हें प्रमाण-पत्र दिया है।
नाइलिट को शिक्षा मंत्रालय से विशिष्ट श्रेणी के अंतर्गत "मान्य विश्वविद्यालय" का दर्जा प्राप्त है। इसका मुख्य परिसर रोपड़ (पंजाब) में है और इसके ग्यारह संघटक परिसर आइजोल, अगरतला, औरंगाबाद, कालीकट, गोरखपुर, इम्फाल, ईटानगर, अजमेर (केकरी), कोहिमा, पटना और श्रीनगर में स्थित हैं। इसका उद्देश्य डिजिटल प्रौद्योगिकियों के उपयोग से इलेक्ट्रॉनिकी तथा सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा में व्यापक बदलाव लाना है।