09-10-2025 |
अवैध दवा व्यापार के खिलाफ अब तक की सबसे व्यापक कार्रवाइयों में से एक के तहत नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) मुख्यालय की ऑपरेशंस यूनिट ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी सिंडिकेट को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया, जो एन्क्रिप्टेड डिजिटल प्लेटफॉर्म, ड्रॉप शिपिंग मॉडल और क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर चार महाद्वीपों में नियंत्रित दवाओं की तस्करी कर रहा था। नई दिल्ली की बंगाली मार्केट के पास वाहनों को रोक कर जांच करने की एक नियमित प्रक्रिया के रूप में शुरू हुई यह कार्रवाई एक परिष्कृत आपराधिक नेटवर्क को उजागर करने में बदल गई, जो भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में फैला हुआ था। यह अवैध फार्मा नेटवर्क की वैश्विक पहुंच और समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रवर्तन कार्रवाइयों का नेतृत्व करने की NCB की क्षमता को दर्शाता है। इस ऑपरेशन ने 04 महाद्वीपों और 10 से अधिक देशों में फैले एक वैश्विक नेटवर्क का खुलासा किया। जांच की कड़ी : दिल्ली से अलबामा तक 25 मई 2025 को गुप्त सूचना के आधार पर NCB मुख्यालय की ऑपरेशन्स टीम ने दिल्ली में मंडी हाउस के पास एक कार को रोका और कार में सवार दो व्यक्तियों, जो नोएडा के एक प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालय से बी. फार्मा स्नातक थे। उनके कब्जे से 3.7 किलोग्राम ट्रामाडोल (Tramadol) टैबलेट जब्त किए। पकड़े गए व्यक्तियों ने स्वीकार किया कि वे एक प्रमुख भारतीय B2B प्लेटफॉर्म पर वेंडर प्रोफाइल संचालित कर रहे थे, जहां से वे अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में ग्राहकों को फार्मास्यूटिकल गोलियां बेचते थे। पूछताछ से प्राप्त सुरागों ने जांच टीम को रुड़की में एक स्टॉकिस्ट तक पहुंचाया।
अवैध दवा व्यापार के खिलाफ अब तक की सबसे व्यापक कार्रवाइयों में से एक के तहत नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) मुख्यालय की ऑपरेशंस यूनिट ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी सिंडिकेट को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया, जो एन्क्रिप्टेड डिजिटल प्लेटफॉर्म, ड्रॉप शिपिंग मॉडल और क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर चार महाद्वीपों में नियंत्रित दवाओं की तस्करी कर रहा था। नई दिल्ली की बंगाली मार्केट के पास वाहनों को रोक कर जांच करने की एक नियमित प्रक्रिया के रूप में शुरू हुई यह कार्रवाई एक परिष्कृत आपराधिक नेटवर्क को उजागर करने में बदल गई, जो भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में फैला हुआ था। यह अवैध फार्मा नेटवर्क की वैश्विक पहुंच और समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रवर्तन कार्रवाइयों का नेतृत्व करने की NCB की क्षमता को दर्शाता है। इस ऑपरेशन ने 04 महाद्वीपों और 10 से अधिक देशों में फैले एक वैश्विक नेटवर्क का खुलासा किया।
जांच की कड़ी : दिल्ली से अलबामा तक
25 मई 2025 को गुप्त सूचना के आधार पर NCB मुख्यालय की ऑपरेशन्स टीम ने दिल्ली में मंडी हाउस के पास एक कार को रोका और कार में सवार दो व्यक्तियों, जो नोएडा के एक प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालय से बी. फार्मा स्नातक थे। उनके कब्जे से 3.7 किलोग्राम ट्रामाडोल (Tramadol) टैबलेट जब्त किए।
पकड़े गए व्यक्तियों ने स्वीकार किया कि वे एक प्रमुख भारतीय B2B प्लेटफॉर्म पर वेंडर प्रोफाइल संचालित कर रहे थे, जहां से वे अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में ग्राहकों को फार्मास्यूटिकल गोलियां बेचते थे। पूछताछ से प्राप्त सुरागों ने जांच टीम को रुड़की में एक स्टॉकिस्ट तक पहुंचाया। जिसके बाद दिल्ली के मयूर विहार में एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया गया, जिसने कर्नाटक के उडुपी में एक संपर्क का खुलासा किया, जो अमेरिका के लिए थोक ऑर्डर और शिपमेंट का इंतजाम करता था।
उडुपी से NCB ने 50 अंतरराष्ट्रीय खेपों के डेटा का पता लगाया, जिसमें शामिल थे:
• अमेरिका से अमेरिका तक 29 पैकेज
• ऑस्ट्रेलिया से ऑस्ट्रेलिया तक 18 पैकेज
• एस्टोनिया, स्पेन और स्विट्जरलैंड को 1-1 पैकेज
उपरोक्त जानकारी वैश्विक समकक्षों और इंटरपोल के साथ साझा की गई, जिसके परिणामस्वरूप अमेरिका के अलबामा में अमेरिका के ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (US DEA) द्वारा एक थोक री-शिपर और मनी लॉन्डरर (money launderer) की पहचान और गिरफ्तारी हुई, साथ ही नियंत्रित दवाओं का एक विशाल भंडार जब्त किया गया।
गोपनीयता के लिए बनाया गया नेटवर्क
इस सिंडिकेट ने टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड संचार प्लेटफॉर्म पर काम किया, क्रिप्टोकरेंसी, पेपैल (PayPal) और वेस्टर्न यूनियन के माध्यम से भुगतान प्राप्त किया, और मामले का खुलासा होने से बचाव के लिए अनाम अंतरराष्ट्रीय ड्रॉप शिपर्स का उपयोग किया। डिजिटल फोरेंसिक जांच से नई दिल्ली और जयपुर से दो और भारतीय नागरिकों की गिरफ्तारी हुई, जो लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति-संबंधी कार्यों को संभालते थे। ऑपरेटरों ने कभी अपने गृह देशों में शिपमेंट नहीं किया और कानूनी परिणामों से बचने के लिए नेटवर्क में अन्य ड्रॉप-शिपर्स के माध्यम से समन्वय किया।
अंतरराष्ट्रीय संबंधों और वित्त से जुड़े कामकाज देखने वाले मुख्य सरगना की पहचान हो चुकी है और वह UAE में स्थित है। NCB यूएई के अधिकारियों के साथ मिलकर सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
ऑस्ट्रेलिया में अवैध फैक्ट्री से संबंधों की जांच
ऑस्ट्रेलिया में एक गुप्त गोली निर्माण इकाई (pill manufacturing facility) का पता चला, जो इस सिंडिकेट से सीधे जुड़ी थी। ऑस्ट्रेलिया में कानून प्रवर्तन एजेंसी ने इस इकाई को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया। अन्य क्षेत्रों में ऑपरेशन अभी भी जारी हैं।
अमेरिका में कार्रवाई
भारत के NCB द्वारा साझा की गई खुफिया जानकारी से उत्पन्न एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में अमेरिका के ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (US DEA) ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी नेटवर्क के एक प्रमुख सरगना को पकड़ा है। अलबामा में स्थित एक प्रमुख री-शिपर, जोएल हॉल, को समन्वित ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया गया, जिसके परिणामस्वरूप 17,000 से अधिक नियंत्रित दवाओं की गोलियां जब्त की गईं। इस कार्रवाई के दौरान, अधिकारियों ने सिंडिकेट से जुड़े कई क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और सक्रिय पार्सल भी उजागर किए, जो एक परिष्कृत और तकनीक-सक्षम तस्करी ऑपरेशन की ओर इशारा करते हैं। इन डिजिटल संपत्तियों और पार्सलों से संबंधित जांच और प्रवर्तन कार्रवाइयां सक्रिय रूप से जारी हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने NCB और अन्य एजेंसियों को ग्लोबल ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ करने पर बधाई दी है। श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार हर ड्रग गिरोह, चाहे वह कहीं से भी चल रहा हो, को खत्म करने और देश के युवाओं की रक्षा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
https://x.com/AmitShah/status/1940379170112225612?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1940379170112225612%7Ctwgr%5E95e2ae1634ec90dd1b74ae494b47beb3e34dc706%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.pib.gov.in%2FPressReleasePage.aspx%3FPRID%3D2141586
X प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में अमित शाह ने कहा कि NCB और अन्य एजेंसियों को ग्लोबल ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ करने पर बधाई। उन्होंने कहा कि जांच ने मल्टीएजेंसी समन्वय का एक शानदार उदाहरण पेश किया, जिसके परिणामस्वरूप 8 गिरफ्तारियां हुईं और 5 खेप जब्ती हुईं, 4 महाद्वीपों और 10 से अधिक देशों में संचालित गिरोह के खिलाफ अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में कार्रवाई हुई है। गृह मंत्री ने कहा कि हमारी एजेंसियां लगातार इन गिरोहों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले क्रिप्टो भुगतान और गुमनाम ड्रॉप शिपर्स जैसे तरीकों की निगरानी कर रही हैं।