08-10-2025 |
[10:16 pm, 25/04/2025] anurag shrivastava76: नई दिल्ली जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने का फैसला किया है लेकिन यह कैसे अमल में आएगा भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में सिंधु जल समझौता हुआ था लेकिन इस समझौते को स्थगित करने का प्रारूप क्या होगा इसको लेकर शुक्रवार को जल शक्ति मंत्रालय की हम बैठा कोई और बैठक में तय किया गया की तीन चरणों में ऐसे पूरा किया जाएगा. सबसे पहले भारत में जल शक्ति सचिव के द्वारा पाकिस्तानी जल संसाधन मंत्रालय को लिखे गए पत्र को जान लीजिए.... पत्र में लिखा गया है कि यह संधि अच्छे संदर्भ में की गई थी। लेकिन अच्छे रिश्तों के बिना इसे बनाए नहीं रखा जा सकता ।
नई दिल्ली जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने का फैसला किया है लेकिन यह कैसे अमल में आएगा भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में सिंधु जल समझौता हुआ था लेकिन इस समझौते को स्थगित करने का प्रारूप क्या होगा इसको लेकर शुक्रवार को जल शक्ति मंत्रालय की हम बैठा कोई और बैठक में तय किया गया की तीन चरणों में ऐसे पूरा किया जाएगा
सबसे पहले भारत में जल शक्ति सचिव के द्वारा पाकिस्तानी जल संसाधन मंत्रालय को लिखे गए पत्र को जान लीजिए.... पत्र में लिखा गया है कि यह संधि अच्छे संदर्भ में की गई थी। लेकिन अच्छे रिश्तों के बिना इसे बनाए नहीं रखा जा सकता ।
केंद्र सरकार के फैसले पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
भारत सरकार के इस पत्र के बाद पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि के खत्म होने को एक्ट आफ वार बताया है। पाकिस्तान सरकार ने कहा कि अगर भारत सिंधु जल समझौते से मुकरता है तो इस एक्ट आफ वार यानी जंग की तरह माना जाएगा।
जानिए 1960 में सिंधु जल समझौते की खास बातें
प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति के बीच सिंधु जल समझौता हुआ था। इसके तहत सिंधु बेसिन से बहने वाली 6 नदियों को पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में बांटा गया था पूर्वी हिस्से की नदियों रावी, व्यास और सतलुज के पानी पर भारत का अधिकार है। पश्चिमी हिस्से की नदियों सिंधु, चिनाब और झेलम का बीस फीसदी पानी भारत रोक सकता है।
हम आपको बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार ने बड़े फैसले देते हुए सिंधु जल संधि को स्थगित करने, अटारी वाघा चेक पोस्ट को तुरंत प्रभाव से बंद करने, पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा छूट योजना के तहत भारत में प्रवेश की इजाजत पर रोक लगाने और दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्च आयोग में तैनात रक्षा और सैनिक सलाहकारों को परसोना ग्राटा घोषित किया है उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गयाहै।