09-10-2025 |
भारतीय नौसेना की महिला अधिकारियों द्वारा संचालित वैश्विक नौ-परिक्रमा- आईएसएनवी तारिणी नाविका सागर परिक्रमा द्वितीय अभियान अंतिम चरण में गोवा की वापसी यात्रा के लिए 15 अप्रैल, 2025 को स्थानीय समयानुसार सुबह 10:30 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर 1:00 बजे) रॉयल केप यॉट क्लब से समारोहपूर्वक रवाना किया गया। केप टाउन में आयोजित विदाई समारोह में भारत के कार्यवाहक महावाणिज्य दूत, दक्षिण अफ्रीका में भारत के रक्षा अटैशे, आरसीवाईसी गवर्निंग काउंसिल के सदस्य और केप टाउन में भारतीय समुदाय के प्रतिनिधि मौजूद थे। इस महत्वपूर्ण समुद्री यात्रा का उद्देश्य भारतीय समुद्री नौकायन को बढ़ावा देना, महिला नौसैनिकों की शक्ति और दृढ़ता प्रदर्शित करना तथा भारत की स्वदेशी जहाज निर्माण तकनीक क्षमताओं को सामने लाना है। नाविका सागर परिक्रमा द्वितीय अभियान के अंतर्गत लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए ने आईएनएसवी तारिणी का दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में निर्धारित पड़ाव डाला था।
केप टाउन में बंदरगाह प्रवास के दौरान, आईएनएसवी तारिणी कई आउटरीच और कूटनीतिक कार्यक्रमों का केंद्र रहा और जहाजों पर कई प्रतिष्ठित मेहमान पहुंचे। इनमें दक्षिण अफ्रीका में भारत के उच्चायुक्त श्री प्रभात कुमार, वेस्टर्न केप के उप सभापति श्री रीगन एलन, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर और भारत के मित्र श्री जॉनाथन रोड्स, एकल भ्रमणकर्ता और प्रतिष्ठित गोल्डन ग्लोब रेस 2022-23 की विजेता सुश्री कर्स्टन न्यूशेफर, केपटाउन में भारत की काउंसल जनरल श्रीमती रूबी जसप्रीत तथा प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्य और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे।
इस यात्रा से सांस्कृतिक आदान-प्रदान तथा भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बढ़ते समुद्री सहयोग को मजबूती मिली।
विशिष्ट मेहमानों की मेज़बानी के अलावा, आईएनएसवी तारिणी चालक दल ने लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण और स्वदेशी पोत निर्माण में भारत की क्षमता बढ़ाने के कई संवादात्मक कार्यक्रमों में भाग लिए। इनमें-
अभियान दल ने इस पड़ाव का उपयोग आईएनएसवी तारिणी के नियमित और आवश्यक रखरखाव के लिए भी किया, ताकि यात्रा के अंतिम चरण के परिचालन के लिए इसे अच्छी स्थिति में रखा जा सके।
आईएनएसवी तारिणी के मई 2025 के अंत तक गोवा पहुंचने की संभावना है, जो भारत के समुद्री इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ेगा। नाविका सागर द्वितीय परिक्रमा अभियान महिला सशक्तिकरण, उत्कृष्ट समुद्री नौवहन क्षमता और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।